Dr. Syama Prasad Mookerjee Research Foundation

Salient Points of PM’s address at CPSE Conclave on 09 Apr, 2018

एक प्रकार से PSE का सही मायनों में अर्थ होता है- Profit and Social benefit generating Enterprise. यानि ना सिर्फ शेयर होल्डर्स के लिए Profit कमाए बल्कि Society के लिए Benefit भी Generate करे

आप के ही इस साहस का नतीजा है कि सरकार बड़े-बड़े फैसले ले पाने में सक्षम है। फिर वो चाहे देश के हर गांव में बिजली पहुंचाने की बात हो या फिर देश की हर गरीब माता-बहन की रसोई तक LPG Connection की बात, आपके संस्थानों से जुड़े लाखों कर्मचारियों के परिश्रम के बिना ये संभव नहीं था

मैं मानता हूं कि Economic Decision Making में Idealism और Ideology काफी नहीं है, इसकी जगह Pragmatism and Practicality को भी स्थान मिलना चाहिए। सेक्टर चाहे कोई भी हो लेकिन जब 21वीं सदी की बात करते हैं तब, Enterprise & Innovation, वो मंत्र होना चाहिए जो हम सभी को गाइड करे

Private Sector हो या फिर Public Sector, Success के लिए अलग-अलग मंत्र नहीं होते। सफलता के मंत्र की जब मैं बात करता हूं तब, 3 I की एक सोच सामने आती है. 3 I यानि – Incentives, Imagination and Institution Building

Economists बताते हैं कि ये Human Behavior में Incentives, बदलाव लाने वाला सबसे बड़ा tool है। लेकिन Incentives सिर्फ Financial हों ऐसा जरूरी नहीं है, कई बार बेहतर perform करने वाले की फोटो बुलेटिन बोर्ड में लगाने जैसी छोटी बातें सैकड़ों कर्मचारियों को motivate कर सकती हैं

आज तक हम PSEs को नवरत्न के रूप में Classify करते रहे हैं। लेकिन अब वक्त आ गया है जब हम इससे आगे की सोचें। क्या हम New India रत्न बनाने के बारे में नहीं सोच सकते? क्या आप तकनीक और प्रक्रियाओं में बदलाव के जरिए New India रत्न बनने और बनाने के लिए तैयार हैं

मैं समझता हूं कि New India के निर्माण में आपकी सहभागिता 5 P फॉर्मूले पर चलते हुए और ज्यादा हो सकती है। ये 5 P हैं: Performance + Process + Persona + Procurement और Prepare:

हमें खुद से ये सवाल पूछना होगा कि न्यू इंडिया में भारतीय PSUs किस तरह अगले 5-10 साल में Global Greatness को हासिल कर पाएंगे। कैसे उनमें ज्यादा से ज्यादा Innovation हो, प्रक्रियाओं में ऐसा कौन सा सुधार करें जिससे Tax Revenue तो बढ़े ही Employment Generation के भी नए अवसर बने

मेरा एक आग्रह आपसे ये भी है कि आप इस बात का भी हमेशा ध्यान रखें कि MSME’s को भुगतान में देरी न हो। Payment late होने पर छोटे उद्यमियों को जिस तरह की दिक्कतें आती हैं, उसकी जानकारी आप सभी को है